संतुलित धर्म-शास्त्र | जानने अल्लाह

संतुलित धर्म-शास्त्र


Site Team

पस इस धर्म के अन्दर यह शकित है कि यह जीवन के ढाँचे को संतुलित रूप में एक दरमियानी स्तंभ के ऊपर खड़ा करे जिस के अन्दर प्रलय के साथ संसार के पहलू का भी ध्यान रखा जाए जैसा कि अल्लाह तआला ने फरमाया:

وَابْتَغِ فِيمَا آتَاكَ اللَّهُ الدَّارَ الآخِرَةَ وَلاَ تَنسَ نَصِيبَكَ مِنْ الدُّنْيَا (القصص: 77).

''और जो कुछ अल्लाह ने तुझे प्रदान किया है उस में से प्रलय (आखि़रत) के घर की तलाश भी रख तथा अपने दुनियावी हिस्से को भी न भूल। (अल-क़सस:77)

इस्लाम ने धर्ती को आबाद करने और इस में टहलने फिरने तथा इस के कोषागार (खज़ाने) की खोज करने का आदेश दिया, परन्तु इस ने इसी को उद्देश्यअ  और मक़सद नहीं ठहराया बलिक मुसलमान का उद्देश्यअ  और मक़सद यह बतलाया कि उस से अल्लाह तआला प्रसन्न हो जाये, इसी कारण इस्लाम की सभ्यता एक सुसजिजत इंसानी सभ्यता क़रार पार्इ क्योंकि इस ने विधान तथा सभ्यता की तरक़्क़ी एंव उन्नति को उस अख़लाक़ी उद्देश्यअ  से जोड़ा जो वास्तव में अल्लाह तआला की प्रसन्नता और उस के स्वर्ग की प्रापित है और पशिचमी मद्दी शिच्टाचार के अन्दर यही संबंध नहीं है जिस के कारण यह सभ्यता खिन्नता का सबब बनी और कोर्इ भी लाभदायक सदाचार पहलू प्राप्त न कर सकी।

Previous article Next article

Related Articles with संतुलित धर्म-शास्त्र

  • पूर्ण धर्म शास्त्र

    Site Team

    जैसा कि हम पहले वर्णन कर चुके हैं कि इस्लाम एक पूर्ण धर्म है, एक विस्तृत निज़ाम तथा पूरे जीवन का एक ऐसा दस्तूर है

    04/03/2013 3848
  • कोमल धर्म-शास्त्र

    Site Team

    बेशक इस्लाम ने समय, स्थान और अवस्था के परिवर्तन को यूँ ही नहीं छोड़ दिया बलिक विद्वानों को नये मसाइल के संबंध में

    04/03/2013 3517
  • सरल धर्म-शास्त्र

    Site Team

    नि:सन्देह आसानी एंव सरलता इस्लाम की एक महत्वपूर्ण विशेषता है और नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को किसी दो चीज़ों में

    07/03/2013 3019
जानने अल्लाहIt's a beautiful day