इच्छाओं को क़ाबू में करना | जानने अल्लाह

इच्छाओं को क़ाबू में करना


Site Team

इन्सान और उसकी इच्छाओं के बीच दो में से एक ही रिश्ता हो सकता है—या तो इन्सान इच्छाओं को कंट्रोल करे या इच्छाएं इन्सान को कंट्रोल करें। जब इन्सान एकेश्वरवाद (तौहीद) अर्थात् एक और सिर्फ़ एक अल्लाह को मानता है तो अल्लाह की मर्ज़ी के सामने अपनी मर्ज़ी और इच्छाओं को त्याग देता है। इस तरह उसकी इच्छाएं उसके क़ाबू में रहती हैं।

Previous article Next article

Related Articles with इच्छाओं को क़ाबू में करना

जानने अल्लाहIt's a beautiful day