र्इश्वरीय धर्म शास्त्र | जानने अल्लाह

र्इश्वरीय धर्म शास्त्र


Site Team

यह किसी इन्सान का बनाया हुआ धर्म नहीं है जैसा कि हम (इस का) वर्णन कर चुके हैं; क्योंकि यदि ऐसा होता तो इस के अन्दर कमी तथा नक़्स की संभावना होती, परन्तु यह तो र्इश्वरीय धर्म है जो र्इश्वरीय आदेश द्वारा संदेष्टा मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के ऊपर उतरा फिर संदेष्टा मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने  इस र्इश्वरीय संदेश को उसी प्रकार लोगों तक पहुँचाया जिस प्रकार यह अल्लाह तआला की ओर से उतरा था तथा इसी लिए अल्लाह ने क़ुरआन के अन्दर सूचना दी कि मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का कलाम उस अल्लाह की ओर से अवतरित वहय है जिस के अन्दर चाहत (मन) का दखल नहीं है, अल्लाह तआला ने फरमाया:

وَمَا يَنْطِقُ عَنْ الْهَوَى (النجم: 3).
إِنْ هُوَ إِلاَّ وَحْيٌ يُوحَى (النجم: 4).

'' और यह अपने मन से कोर्इ बात नहीं करते हैं यह तो केवल र्इश्वरीय आदेश है जो उतारा जाता है। (सूरतुन नज्म:3,4)

 

 

Previous article Next article

Related Articles with र्इश्वरीय धर्म शास्त्र

  • पूर्ण धर्म शास्त्र

    Site Team

    जैसा कि हम पहले वर्णन कर चुके हैं कि इस्लाम एक पूर्ण धर्म है, एक विस्तृत निज़ाम तथा पूरे जीवन का एक ऐसा दस्तूर है

    04/03/2013 3901
  • कोमल धर्म-शास्त्र

    Site Team

    बेशक इस्लाम ने समय, स्थान और अवस्था के परिवर्तन को यूँ ही नहीं छोड़ दिया बलिक विद्वानों को नये मसाइल के संबंध में

    04/03/2013 3569
  • सरल धर्म-शास्त्र

    Site Team

    नि:सन्देह आसानी एंव सरलता इस्लाम की एक महत्वपूर्ण विशेषता है और नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को किसी दो चीज़ों में

    07/03/2013 3072
जानने अल्लाहIt's a beautiful day